ये राम मंदिर की खुदाई में मिली मूर्ति है, किसकी है ये समझने के लिए फिर से देखें……
ये वही मूर्ति है जिसने पूरा फैंसला हिंदुओं के पक्ष में ला दिया…..
ये पिलर है, येसे 32 पिलर एक हिस्से में मिले हैं जिन पर ये किसकी मूर्ति बनी हैं, ये समझने के लिए फिर से देखें…
इस पर कुछ लिखा, जरा पढ़ने की कोशिश करो, क्या लिखा है, अभी तक पढ़ा नहीं गया है , ये शायद ब्राह्मी लिपि में लिखा है।
जो को मंदिर के अति प्राचीन होने का मुख्य सबूत है, इस लिखावट से ये साबित हुआ कि ये 8वी शताब्दी से पहले का है…. (यानी तब बाबर के बाप के बाप का भी जन्म नहीं हुआ होगा)
इस पत्थर पर पूरी रामायण ही लिखी है, और ये लिखवाट भी बहुत पुरानी है, इतनी पुरानी कि उस समय बाबर तो क्या बाबर के 10–20 पीढयों का भी जन्म नहीं हुआ होगा, इस्लाम शब्द की भी उतप्पति भी नहीं हुई थी।
ये पिलर पर बना कमल का फूल भी मुख्य सबूत माना गया।
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